क्षुलक श्री विशंक सागर जी एवं क्षुलक श्री शेमंकरनंदी जी के चतुर्मास स्थापना का आयोजन
Organizing the Chaturmas Installation
चंडीगढ़: Organizing the Chaturmas Installation: श्री दिगम्बर जैन मंदिर,सेक्टर 27, चंडीगढ़ में क्षुलक श्री विशंक सागर जी एवं क्षुलक श्री शेमंकरनंदी जी के चतुर्मास स्थापना का आयोजन बड़े धूमधाम के साथ किया गया। चातुर्मास में जैन साधू चार महीने तक एक ही स्थान पर रुकते हैं, विहार नहीं करते । यह चातुर्मास 28 july से शुरू होकर दीपावली तक चलेगा। इस समय में समाज के लोगों को साधुओं के सानिध्य में धर्म एवं शास्त्रों के बारे में काफी कुछ सीखने को मिलता है।
समारोह की शुरुआत श्री एम् के जैन के द्वारा पूजन विधि से ध्वजा रोहन,से की गयी ,कार्यक्रम का शुभारंभ श्री एम् के जैन एवं डॉ अशोक गुप्ता द्वारा दीप प्रज्वलन और मंगलाचरण से हुआ।
चतुर्मास के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रमुख वक्ता श्री संत कुमार जैन ने धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से इस मास की विशेषताओं और उसके महत्व को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि चतुर्मास भारतीय धर्म और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो आध्यात्मिक उन्नति और समर्पण का प्रतीक है।
छुलक जी ने भी अपने प्रवचनों में चातुर्मास की महिमा बताई , बच्चों ने कई भजनो पर नृत्य किये। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिन्होंने उत्साहपूर्वक धार्मिक गतिविधियों में भाग लिया ।
गत 7 जुलाई के चुनाव में नव निर्वाचित कार्यकारिणी, श्री धरम बहादुर जैन (प्रधान), श्री आदर्श जैन(उप प्रधान) , श्री संत कुमार जैन( जनरल सेक्रेटरी ), श्री आशीष जैन (जॉइंट सेक्रेटरी ), श्री शरद जैन (जॉइंट सेक्रेटरी ), श्री राजा बहादुर सिंह जैन (कोषाध्यक्ष ), श्री नीरज जैन (सह कोषाध्यक्ष ) ने शपथ ग्रहण की। तत पश्चात् एक घंटे का णमोकार मंत्र पाठ किया गया। यह पाठ जैन मिलन चंडीगढ़ के तत्वाधान में डॉ मनीष जैन , प्रिया जैन द्वारा प्रायोजित था।
श्री दिगम्बर जैन सोसाइटी चंडीगढ़ के अध्यक्ष श्री धरम बहादुर जैन ने सभी उपस्थितों का धन्यवाद अदा किया और कहा कि यह कार्यक्रम समाज को एकजुट करने और धार्मिक संस्कारों को संजोने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।उन्होंने आने वाले समय में ऐसे ही धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा देने की बात कही।
कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित भक्तजनो ने प्रीति भोज का आनंद लिया यह प्रीति भोज डॉ मनीष जैन एवं नव निर्वाचित कार्य करनी की और से था।